(१)
चाय न खाना
पति भूंका उदास
किटी पार्टी
(२)
काचे मकान
बन गी हवेलिया
पाँच साल में
(३) भाग जायेगी
जायदाद मांगेगी
सती माँ की जै
(४)
आइना देखा
हीरोइन समझा
आइना झूंठा
Monday, December 1, 2008
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12 comments:
किटी पार्टी :-)
श्रीवास्तव सा. क्या जोरदार बात कहीं है /
आइना देखा , हीरोइन समझा ,आइना झूंठा
अक्सर लोगों को कहते हुऐ सुना है की सत्य कड़वा होता है परन्तु हकीकत यह नहीं है सत्य तो सत्य होता है / सत्य कड़वा नहीं होता बल्कि कड़वा लगता है / इसी प्रकार आइना तो अपना वास्तविक प्रतिबिम्ब ही दिखता है परन्तु कुछ अपने आप को हीरों / हिरोइन समझ लगे तो दोष किसका है /
ek achhi rachna.......
श्रीवास्तव जी,
कल ही आप से बात हुई हायकू की बातें और हेल्लो हुई. आज आपका पोष्ट पढा और मजा आ गया.
इन्दौर प्रवास में भी नही छोड़ा किसी को :-
चाहे किटी हो
पति हो मकान हो
या सती माँ हो
मुकेश कुमार तिवारी
jag suna suna
koi khali kona
talash karta huin
milta hai ek sawal..
bahut accha likkha hai....
हाय कहूं-- क्या ?
बहुत खूब--
बड़े भाई पर इतना अत्याचार ?
आप चिंता न करें मेरा घर हाज़िर है, दोनों भाई साथ रहेंगे, जाने दो भाभी जी को किटी पार्टी में ! आज से अपने आपको अकेले न समझें ! ;-))
आपकी वे लायनें मैंने अपने ब्लाग पर लगा रखीं हैं " इस पार प्रिये तुम हो गम है उस पार तो कुछ अच्छा होगा ?"
waah ustaad waah.....
maza aa gay
आइना देखा
हीरोइन समझा
आइना झूंठा.
Bahut khoob.... May God bless you with all happiness.
Your Haiku is great !! Too good!!
आइना देखा
हीरोइन समझा
आइना झूंठा
Mubaarakaan !
RC
gagar me saagar bhar diya aapne...bahut sundar.
३) भाग जायेगी
जायदाद मांगेगी
सती माँ की जै....bahut badhiya ..5+7+5.me tikha sach bata diya ji aapne...........
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